Now Manpreet Badal disillusioned with Congress

अब मनप्रीत बादल का कांग्रेस से मोहभंग, देखें पूरा मामला...

Manpreet-Badal

Now Manpreet Badal disillusioned with Congress

चंडीगढ़। सुनील जाखड़ के बाद अब पूर्व वित्तमंत्री मनप्रीत बादल भी कांग्रेस छोड़ सकते हैं। इसका संकेत उनके करीबी रिश्तेदार जयजीत जौहल की सोशल मीडिया पोस्ट से मिला है। जौहल ने कहा कि मनप्रीत बादल को हराने के लिए कहने वाले अमरिंदर सिंह राजा वडि़ंग को पंजाब प्रधान और भारत भूषण आशू को वर्किंग प्रधान बना दिया गया। ऐसे में मेरे जैसे वर्कर से इनकी इज्जत करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है।

जौहल ने लिखा - मैंने चुनाव के वक्त चुप्पी साध रखी थी कि वडि़ंग के मनप्रीत बादल के खिलाफ बोलने को मुद्दा क्यों बनाया जाए। वडि़ंग ने स्टेज से खुलकर बठिंडा शहरी सीट से कांग्रेस के खिलाफ वोट डालने की अपील की। भारत भूषण आशू का ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वह मनप्रीत के खिलाफ वोट डालने की बात कह रहा था। इन्हें ही अब प्रधान और वर्किंग प्रधान बना दिया गया।

अपनों के खिलाफ बोलने वालों को दिए गए पद

उदयपुर में कांग्रेस में यह चिंतन होना चाहिए था कि अगर कोई अपनी ही पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ बोलता है तो उसे पदों से नवाजा जाता है और जाखड़ को कारण बताओ नोटिस दिया जाता है। अगर ऐसा है तो वर्कर के तौर पर हर किसी को किसी के खिलाफ बोलने की खुली छूट होनी चाहिए।

उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसा कि ऐसे में अपनी ही पार्टी नेताओं के खिलाफ बोलकर हो सकता है कि मुझे भी पार्टी में कोई पद मिल जाए। जौहल ने सवाल किया कि वडि़ंग और आशू को अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार एवं वित्तमंत्री के खिलाफ बोलने की इजाजत क्यों दी गई?। कोई पार्टी अनुशासन की आस कैसे रख सकती है।

चुनाव हारने के बाद विदेश चले गए मनप्रीत

मनप्रीत बादल इस बार बठिंडा में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार से चुनाव हारे। उस वक्त राजा वडि़ंग के कुछ वीडियो सामने आने का दावा किया गया। जिसमें वह पंजाब में सभी बादलों को हराने की बात कह रहे हैं। जिसमें मनप्रीत भी शामिल हैं। हालांकि चुनावी हार के बाद मनप्रीत विदेश चले गए।